यह ब्लॉग खोजें
ये मेरे खयाल हैं, ज़िंदगी की उन खूबसूरत चीजों के बारे में जो मेरे दिल के सबसे करीब हैं यानि संगीत, सिनेमा और साहित्य। आप भी साझीदार बनेंगे तो मुझे बहुत ख़ुशी होगी।
संदेश
2009 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
बिना गानों वाली पहली फिल्म थी 'कानून'
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
Neither an 'Ajab Prem' nor a 'Ghazab Kahani'
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
गुमराह - बी आर चोपडा की बेहतरीन फिल्म
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप