लूपर - समय का दुष्चक्र

 


I saw a mom who would die for her son.

I saw a man who would kill for his wife.

And then…?

इसके बाद जो होता है वही सार है, न सिर्फ़ इस फ़िल्म का बल्कि इस संसार के हर घटना, हर लड़ाई, हर संघर्ष का। कोई भी फ़िल्म, या किताब, या व्यक्ति महान कब कहलाता है? जब उसमें त्याग प्रदर्शित हो, और वो त्याग बहुत बड़ा हो। यही तथ्य ये फ़िल्म स्थापित करती है, यही तथ्य कभी गांधीजी ने अपने जीवन से स्थापित किया था। बदला, एक अनवरत चलने वाला दुष्चक्र है। इस दुष्चक्र का अंत त्याग ही कर सकता है, और कोई रास्ता ही नहीं है, और कोई उपाय ही नहीं है।

टाइम ट्रैवल की कहानियाँ मेरी प्रिय रही हैं, हमेशा से। मुझे ऐसी कहानियों ने हमेशा आकृष्ट किया है। टाइम ट्रैवल फ़िल्मों ने भी पहले से अब तक काफ़ी विकास किया है। आज के युग में जब हर चीज़ एक अलग और नए ही नज़रिये से देखी जा रही है, ये कहानियाँ भी देखी जा रही हैं और ऐसे अनसोचे पहलू सामने लाये जा रहे हैं जो अचंभित कर देते हैं। “लूपर” ऐसी ही एक कहानी है। 2044 में लूपर कुछ लोग हैं जो पेशेवर हत्यारे हैं लेकिन ये जो हत्याएँ करते हैं वे अलग ही प्रकार की हैं। ये भविष्य के लोगों को मारते हैं। भविष्य में जब टाइम मशीन का आविष्कार हो चुका है, तब वहाँ से एक आपराधिक संगठन उन लोगों को समय में पीछे भेजता है जिन्हें मारना होता है, क्योंकि उस वक़्त तकनीक ऐसी हो चुकी है कि कोई भी डैड बॉडी छुपाई नहीं जा सकती, वो ट्रैक हो जाती है। यहाँ पहुँचते ही एक लूपर बंदूक लेकर तैयार रहता है और उसे मार देता है। जेस्सी भी एक लूपर है जो इस काम से पैसा इकट्ठा कर रहा है फ़्रांस जाने के लिए। एक दिन जेसी को जो आदमी मारने के लिए भेजा जाता है वो, वो खुद ही है। वो एक पल के लिए झिझकता है और उतने में उसका भविष्य का रूप उसे चकमा देकर भाग जाता है। वो भविष्य से आया है किसी उद्देश्य को लेकर लेकिन उसे न मार पाने के कारण जेसी के संगठन के लोग उसे सज़ा देने के लिए ढूंढ रहे हैं, बल्कि दोनों जेसी ढूँढे जा रहे हैं और दोनों को मार दिया जाएगा। जेसी खुद भी अपने भविष्य के रूप को मारने के लिए ढूँढ रहा है। ये सभी सिरे जहां जाकर मिलते हैं वो जगह आपको हतप्रभ करती है और अंत में जो होता है वो आपको हिला देता है। आप खुद एक द्वंद्व में फँस जाते हैं। एक छोटे बच्चे की हत्या एक फ़िल्म में भी नहीं देखी जाती, वो कौन लोग होते हैं जो बच्चों को सच में मार देते हैं? इस फिल्म में बच्चा ही होता है जो एक पेशेवर हत्यारे के दिल में करुणा के बीज बोता है, वही इस दुश्चक्र को ख़त्म करने की प्रेरणा बनता है। किसी बच्चे की परवरिश कितनी महत्वपूर्ण है ये इस फिल्म के एक सिरे को पकड़कर सोचते जाएं तो स्पष्ट होता है।

काश कि आज का जो तानाशाह है, कोई समय में पीछे जाकर उसकी अच्छी परवरिश की व्यवस्था कर दे तो आधा देश जॉम्बी बनने से बच जाए।

फिल्म में छोटे से बच्चे ने इतना अच्छा अभिनय किया है कि मैं हैरान हूं। उसने मासूमियत, क्रूरता और दुख सब कुछ अभिव्यक्त किया है। 

जेसी का किरदार  Joseph Gordon-Levitt और Bruce Willis ने निभाया है। फ़िल्म की हीरोइन जिसे कहा जा सके उसकी एंट्री ही बहुत देर से होती है। सारा नाम का ये किरदार निभाया है Emily Blunt ने। उनकी आँखों में कोई ऐसी बात है, या फिर किरदार इतनी खूबसूरती से निभाया गया है कि इश्क़ होते-होते बचा :D

फिल्म हालांकि 2012 में आई थी, मैंने अब देखी। amazon prime पर उपलब्ध है।   

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टिप्पणियाँ

  1. बेनामी10:54 pm

    आपने बच्चे के चरित्र और उसके एक्ट को अनछुआ ही क्यों छोड़ दिया। दरअसल चौंकाने के साथ साथ हृदय को प्रेम व करुणा से वही तो भरता है।

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    1. सही इंगित किया आपने। अपडेट कर दिया है। एक और बहुत महत्वपूर्ण बात अपडेट की है।

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  2. टाइम ट्रैवल कंसेप्ट हालांकि मुझे डायजेस्ट नही होता ,पर आप रिकमेंट कर रहे है तो देखता हूँ...इसे.

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